Tuesday 28 February 2017

फसल रक्षा और उन्नत खेती के उपायों पर मंथन


फसल रक्षा और उन्नत खेती के उपायों पर मंथन

इलाहबाद।  नीलगाय व जंगली आवारा पशुओं से परेशान किसानों ने प्रशासन से अभ्यारण्य बनाने की मांग की। अखिल भारतीय सरदार पटेल सेवा संस्थान अलोपीबाग में शुरू हुए पांच दिवसीय किसान मेले में किसानों ने यह प्रस्ताव प्रसाशन के समक्ष रखा ।

 हंडिया के रामराज यादव, करछना के रामललित तिवारी, बारा के राजकरन व कुलदीप सहित कई किसानों ने डीएम संजय कुमार से कहा कि पठारी इलाके में तमाम लोग पशुओं को छुट्टा छोड़ देते हैं जो फसलों को भारी नुकसान पहुचते हैं। इसके साथ नीलगायों का भी आतंक बना रहता है। इनकी वजह से खेती करना मुश्किल हो गया है । कई किसानों ने नलकूप खराब होने व नहरों में अन्त तक पानी न पहुंचने की भी शिकायत दर्ज कराई। डीएम ने किसानों से अपील की फसल काटने के बाद बचे हुए हिस्से को न जलाएं इससे मित्र कीट मर जाते हैं । वायु प्रदूषण भी होता है। यह बहुत ही घातक है। कृषि उप निदेशक विजय सिंह व जिला कृषि अधिकारी अश्वनी सिंह ने किसानों को प्रधानमंत्री बीमा योजना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, किसान पंजीकरण सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी।

मुख्य विकास अधिकारी आंद्रा वामसी ने कहा कि प्रगतिशील किसानों को कृषि विश्वविद्यालयों व कृषि संस्थानों में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण योजना के तहत अगले महीने से किसानों का चयन किया जाएगा। कृषि से संबंधित विभागों व निजी कंपनियों की तरफ से मेले में किसान जागरूकता के कई स्टॉल भी लगाए गए हैं जो उन्नत खेती करने के विभिन्न उपायों को बता रहे हैं । डॉ. शैलेन्द्र व डॉ. योगेश चन्द्र श्रीवास्तव ने किसानों को खेती की आधुनिक तकनीकी की जानकारी भी दी। इस किसान मेले का समापन 21 मार्च को होगा।